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वक्त के पत्थर पर

Scott Bruxvoort photo unsplash

” सिर्फ एहसास है ये “

सिर्फ़ एहसास है ये

यथार्थवादी कविता

यथार्थवादी कविता abstract art
वक्त के कुछ पीले पड़े लिफाफों में an old book

वक्त के कुछ पीले पड़े लिफाफों में

वक्त के कुछ पीले पड़े लिफाफों में
वापसी paper

वापसी

अधूरे रिश्ते पर एक कविता 'वापसी'
तुम abstract painting

तुम

तुम - रिश्तों पर एक हिंदी कविता
इमरोज़

इमरोज़

इमरोज़ सुनो कोई है जो अपने जीवन में...
अमृता

अमृता

जब जब कैनवास पे खींचता हूँ कुछ लकीरें...
कागज पर रिश्ते

कागज पर रिश्ते

लकड़ी की अलमारी में , मेरी साड़ियों के बीच टंगी...
छोड़ के घगरा छोड़ के चोली

छोड़ के घगरा छोड़ के चोली

छोड़ के घगरा छोड़ के चोली, बिना देह मैं पिया संग होली...
पीयू मत फूंको अब देह बांसुरिया

पीयू मत फूंको अब देह बांसुरिया

पीयू मत फूंको अब देह बांसुरिया , अधर की लाली बना लो सांवरिया ...