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Aaj-Kuch-Sadkon-ne-Karwatein-Li-Hai (1)

आज कुछ सड़कों ने करवटें ली हैं

Genre: Poetry
‘अदृश्य’ की चाहत में भागती ज़िंदगी के हाथों से जाने कितने रिश्तों की डोर छूटी, जाने कितने रिश्तों ने गाँठ खोलकर तेज़ क़दम बढ़ा लिए, कुछ फंदे उलझकर गाँठ बन गए, कुछ समय की सलाई से छूट गए |
Woh-Sachi-Badnam-Auratein

वो “सच्ची” बदनाम औरतें

Genre: Literature
वो "सच्ची" बदनाम औरतें समर्पित हर उस औरत को , बचपन से आज तक जिसने मेरे जीवन पथ को कभी न कभी , कहीं न कहीं से स्पर्श किया है और अपनी एक छाप छोड़ी है ।
Mayane? / मायने?

मायने?

Genre: Literature & Fiction
हर रिश्ते, हर बात, हर खुशी हर दर्द के “मायने” खोजते खोजते जिंदगी कब हांथों से फिसल जाती है, पता ही नहीं चलता। क्यूं? कैसे? कि सलिए?
Aaj-Kuch-Sadkon-ne-Karwatein-Li-Hai (1)

आज कुछ सड़कों ने करवटें ली हैं

Genre: Poetry
‘अदृश्य’ की चाहत में भागती ज़िंदगी के हाथों से जाने कितने रिश्तों की डोर छूटी, जाने कितने रिश्तों ने गाँठ खोलकर तेज़ क़दम बढ़ा लिए, कुछ फंदे उलझकर गाँठ बन गए, कुछ समय की सलाई से छूट गए |
Woh-Sachi-Badnam-Auratein

वो “सच्ची” बदनाम औरतें

Genre: Literature
वो "सच्ची" बदनाम औरतें समर्पित हर उस औरत को , बचपन से आज तक जिसने मेरे जीवन पथ को कभी न कभी , कहीं न कहीं से स्पर्श किया है और अपनी एक छाप छोड़ी है ।
Mayane? / मायने?

मायने?

Genre: Literature & Fiction
हर रिश्ते, हर बात, हर खुशी हर दर्द के “मायने” खोजते खोजते जिंदगी कब हांथों से फिसल जाती है, पता ही नहीं चलता। क्यूं? कैसे? कि सलिए?